दिल्ली हिंसा का साजिशकर्ता अंसार गिरफ्तार देखें पूरी FIR में कहानी क्या हे कारण हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा रोकने का
दिल्ली हिंसा का साजिशकर्ता अंसार गिरफ्तार देखें पूरी FIR में कहानी क्या हे कारण हनुमान जन्मोत्सव की
नई दिल्ली, । दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस एक्शन मोड में है। आरोपितों की धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। अभी तक दिल्ली पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही हिंसा में शामिल मुख्य साजिशकर्ता अंसार को भी पुलिस ने दबोच लिया है। अंसार पर फायरिंग करने का आरोप भी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वह पहले दो मामलों में भी शामिल पाया गया है। इसके अलावा जुआ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत उसके खिलाफ पांच बार मामला दर्ज किया गया था।
देखे हिंसा की पूरी कहानी क्यू रोकी थीं यात्रा
दिल्ली पुलिस की FIR में हिंसा की कहानी:जामा मस्जिद के पास रोकी गई थी हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा
-- FIR में दर्ज पूरी कहानी पढ़ने से पहले पोल में हिस्सा लेकर
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बहस के बाद शुरू हुआ पथराव
FIR में बताया गया है- थाना जहांगीरपुरी के इलाके में हनुमान जन्मोत्सव की शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। शनिवार शाम 04:15 PM पर शोभायात्रा जहांगीरपुरी से शुरू हुई, जो BJRM हॉस्पिटल रोड, BC मार्केट, कुशल चौक होते हुए महेंद्र पार्क पर समाप्त होनी थी। शोभायात्रा शांतिपूर्वक तरीके से चल रही थी।
शाम करीब 6 बजे जैसे ही शोभायात्रा जामा मस्जिद के पास पहुंची तो अंसार नाम का एक शख्स अपने 4-5 साथियों के साथ आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लग गया। बहस ज्यादा बढ़ने के कारण दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया, जिसके कारण शोभायात्रा में भगदड़ मच गई।
जहांगीरपुर में हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर हुए हमले की FIR पुलिस ने दर्ज की है। थाने के पुलिस अधिकारी राजीव रंजन सिंह ने FIR में जो कहानी बताई है, उसके अनुसार जामा मस्जिद के पास शोभायात्रा पहुंचते ही कुछ लोगों ने बहस शुरू कर दी थी। बहस इतनी बढ़ी कि देखते-ही-देखते पथराव शुरू हो गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई
पुलिस समझाती रही, लोग पत्थर फेंकते रहे
हंगामे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पथराव रोकने और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अलग अलग कर दिया। कुछ ही मिनट के बाद दोनों पक्षों की ओर से अचानक फिर से नारेबाजी और पथराव शुरू हो गया। हालात बिगड़ते देख और पुलिस फोर्स बुलाया गया।
आंसू गैस के गोले छोड़कर हालात काबू किए
पुलिस की लगातार अपील के बाद भी एक पक्ष लगातार पत्थरबाजी करता रहा। हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने 40-50 आंसू गैस के गोले दागे ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके। भीड़ की ओर से पुलिस पर फायरिंग और पथराव किया गया। थाना जहांगीरपुरी के SI मेदालाल के बाएं हाथ में गोली लगी। पथराव में 6-7 पुलिसकर्मियों व एक नागरिक को गंभीर चोटें आई हैं।
उपद्रव कर रहे लोगों ने एक स्कूटी में आग लगा दी और 4-5 गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर दी। उपद्रवियों ने शोभायात्रा पर हमला तो किया ही, साथ ही प्राइवेट प्रॉपर्टी भी जला दी। FIR दर्ज कराने वाले सब इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने बताया कि बवाल में उन्हें भी चोट आई है।